quotes on life, life quotes |
संभावनाओं पर आश्रित हो...
और कहते हो के तुम सात्विक हो...
ना मोल है तुम्हें अपनी भी बातों का....
फिर क्यों है गुरुर.....कभी झांकते हो...
तूने अपनी सख्सियत की बदौलत मुझे बुराई का सैलाब कहा.....
फिर क्यों थी खुशी मेरे सज़दे में.....
जिससे दूर भागने में...
अपने ख़यालों को भी दूसरों का गुलाम बताते हो....
माना की कर दिया पराया....
पर इत्तिलाह करने में आपकी कौन सी बद्ग़मी थी....
' हाँ......हाँ ' करते करते ' ना ' का दामन तूने पकड़ा....
फिर उसी आशिकी को कुछ कोरे पन्नों में कुरेद.........
तुम हमसे हमारी आशिकी की सफाई मांगते हो....
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