happy brothers day quotes shayari poem hindi |
वो क्रोध ही क्या... जो तुझपे न निकले...
प्यार तो छलावा है.......पर वो प्यार ही क्या....
जो मेरे भाई तुझसे ना मिले....
सुख हो या दुःख हो....
तेरे चेहरे पर मुस्कान हर वक़्त झलकती है......
मुझे कोई आंच ना आए.........
इसी चाहत में तेरी निग़ाह हर वक़्त मुझपर रहती है...
क़ुरबत में तेरे....हर बार मुझे पनाह मिले...
उस रकीब की भी क्या औकात...
जो तेरे नज़रो के सामने से... मुझे चुरा सके....
तूने कई कठिनाइयों का सामना किया....
' मेरे भाई '....... वक़्त बदला ज़रुर.....
पर जो प्यार मेरा था....
तूने उसका कभी सौदा नहीं किया...
हर बार तेरा शुक्रगुज़ार हूँ मैं...
जो तूने अपने प्यार के सरण में....
मुझे इंसान बनाया....
तेरे चरणों में ही मेरी ज़िन्दगी बीते.....
मेरे भाई..... तुझसे सच्चा साथी....
मैंने पुरे जीवन में कभी नहीं पाया....
मेरे भाई....तूने कितना प्यार किया है मुझे...